पानाबरस” कर दिया जाए नवगठित जिले का नाम, इतिहास गौरवान्वित होकर वर्तमान, मजबूत होगा : विप्लव साहू


“पानाबरस” कर दिया जाए नवगठित जिले का नाम, इतिहास गौरवान्वित होकर वर्तमान, मजबूत होगा : विप्लव साहू
वर्तमान में नवगठित जिला मोहला-मानपुर-चौकी, जिला घोषणा के बाद से ही प्रदर्शन और बैठक आदि का विवादित दौर चालू हो गया है। ऐतिहासिक पृष्ठभुमि को ध्यान दिया जाय तो नवागांव, औंधी, बागडोंगरी, मुरचुल आदि से भौगोलक दुरी को देखें और अम्बागढ़ चौकी से दुरी से मापने और आंकलन करने पर मध्य में पानाबरस ही है।
अतीत में गोड़वाना संभाग का धरोहर माना जाने वाला स्थान पानाबरस ही है। लाल श्यामशाह महराज जी का ऐतिहासिक महत्व किसी मायनों में कम नही है। जिसे अंग्रेजों के समय तक भी इस स्थान को महत्व मिला है। लेकिन आज के संदर्भ में उस गौरवशाली अतीत को उपयुक्त स्थान नही मिल रहा है। अतएव राजनांदगांव से कटकर नए जिले का नाम पानाबरस कर दिया जाना सबसे उचित और समाधान हो सकता है, जिसका शायद ही कोई विरोध करेगा।
जिले में संचालित होने वाला पानाबरस प्रोजेक्ट ही अभी गतिमान है। जिले को यह नाम देना एक तरह से अलिंकृत करने जैसा होगा, इतिहास अपने गौरव की ओर रुख करेगा। अगर माननीय सरकार यह कदम उठाती है तो आदिवासी अस्मिता को उजागर करने, इतिहास को सम्मानित करने और खुद सम्मानित होने जैसा होगा। साथ ही सभी विवादों को शांत करने जैसा होगा।