दिल्ली पुलिस के करीब 450 कर्मी कोरोना पॉजिटिव, तकरीबन 1500 हुए क्वारंटाइन


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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस में अब तक लगभग 450 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से करीब 196 पुलिसकर्मी ठीक होकर वापिस काम पर लौट चुके हैं। विभाग में कोरोना वायरस की एंट्री के कारण तकरीबन 1500 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, यहां लगभग 1200 पुलिसकर्मियों के टेस्ट किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस के अलग-अलग थानों के मिलाकर लगभग 7 एसएचओ, जिसमें उत्तम नगर, नॉर्थ एवेन्यू, मोती नगर, एडिशनल एसएचओ शालीमार बाग, मधु विहार के कई इंस्पेक्टर शामिल हैं। इनके अलावा ओखला मंडी, चांदनी महल, सब्जी मंडी, अमर कॉलोनी समेत कई थानों के कांस्टेबल और एएसआई पॉजिटिव पाए गए हैं।
दिल्ली में अब तक दो आईपीएस कोरोना के शिकार हुए, जिसमें शाहदरा जिले के एडिशनल डीसीपी और नार्थ दिल्ली में पदस्थ एक महिला आईपीएस शामिल हैं। अब तक दिल्ली में एक पुलिसकर्मी की कोरोना वायरस से मौत हुई है। ऐसे में अब सवाल ये है कि पुलिसकर्मी कोरोना वायरस की चपेट में कैसे आ रहे हैं?
इस पर पुलिस के सीनियर अधिकारियों का कहना है कि पुलिस कर्मी ग्राउंड पर फ्रंट वॉरियर के तौर पर काम कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि कोशिश तो पूरी की जाती है, कोई कोरोना के सम्पर्क में न आए लेकिन न चाहते हुए भी कई बार कोरोना जाने-अनजाने में चपेट में ले ही लेता है।
इस बात की कोशिश लगातार की जा रही है कि पुलिस कर्मियों का इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग किया जाए, इसके लिए न केवल थानों में योग क्लास शुरू कर रखी है साथ ही आयुष्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के हिसाब से काढ़ा भी पुलिस कर्मियों को दिया जा रहा है।
इतनी ही नहीं, मेंटली फिट रहने के लिए सीनियर अफसर और अलग-अलग अस्पतालों के डॉक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए काउंसलिंग कराई जा रही है। पुलिस ने अपने कर्मियों के लिए कुछ अस्पताल निर्धारित किए है, जहां उन्हें तुरन्त इलाज मिल सके।
दिल्ली में पुलिस के लिए ऐसी 6 स्पेशल एम्बुलेंस तैयार की हैं, जिनमें किसी भी मरीज को तुरन्त अस्पताल पहुंचाया जा सके। पुलिस भी कोशिश कर रही है कि स्टाफ को अलग-अलग शिफ्ट में काम में लगाया जाए, किसी के भी पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग कर बाकियों को होम क्वारंटाइन किया जा रहा है।
अभी अगर कोई पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित होता है तो उसे 10 हजार रुपए की तुरन्त सहायता दी जा रही है और अगर किसी की मौत कोरोना से होती है तो 10 लाख रुपए परिवार को दिए जाते है।