दिल्ली के स्कूलों को कबतक बंद रखेगी सरकार? उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दी जानकारी


Image Source : PTI
नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने 31 जुलाई तक शहर के स्कूलों को न खोलने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दी।
सिसोदिया ने कहा, ‘‘स्कूलों को फिर से खोलना सिर्फ तकनीकी काम नहीं है, यह रचनात्मक कार्य है जो स्कूलों को नयी और बड़ी भूमिका देगा। दिल्ली में स्कूल 31 जुलाई तक बंद रहेंगे।’’ दिल्ली के शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने स्कूलों को फिर से कैसे खोला जाए, इस विषय पर शिक्षा निदेशालय की बैठक के बाद यह घोषणा की।
Delhi schools will remain closed till July 31: Deputy Chief Minister Manish Sisodia #COVID19 pic.twitter.com/0rrSIlBn96
— ANI (@ANI) June 26, 2020
आधिकारिक बयान के अनुसार, बैठक के दौरान स्कूल खुलने तक माता-पिता की मदद से छात्रों को पढ़ाने और गतिविधियों में भाग लेने के लिए अवसर देने पर चर्चा हुई। बैठक में एक सलाह यह थी कि प्राथमिक (पहली से पांचवी) तक के कक्षाओं के लिए सप्ताह में दो बार कक्षा लगे और उसमें 12 से 15 विद्यार्थी हों। यही सलाह छठवीं से आठवीं तक के छात्रों के लिए भी दी गयी।
डीयू वीसी से ‘ऑनलाइन ओपेन बुक परीक्षा’ रद्द किए जाने की मांग की
दिल्ली विश्वविद्यालय के शैक्षणिक एवं कार्यकारी परिषद के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को कुलपति (वीसी) को पत्र लिख कर ‘ऑनलाइन ओपेन बुक परीक्षा’ रद्द करने की मांग की।
परिषद के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश त्यागी को ऐसे समय में पत्र लिखा है, जब केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मध्यवर्ती और टर्मिनल सेमेस्टर परीक्षाओं के संबंध में पहले जारी किए गए दिशानिर्देशों और अकादमिक कैलेंडर को फिर से देखने के लिए कह चुके हैं। शैक्षणिक एवं कार्यकारी परिषद के 25 सदस्यों ने यह पत्र लिखा है।
इस बीच, दिल्ली विश्वविद्यालय के ओपन लर्निंग के विद्यार्थियों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने जब असाइनमेंट से जुड़े सवालों को डाउनलोड करने के लिए इसकी वेबसाइट खोली, तो वह क्रैश हो गई। विद्यार्थियों का कहना है कि ऐसी स्थिति मे वे फेल हो जाएंगे।