‘गुमराह’ नेपाल को शिक्षित बनाने की कोशिश, 7 जिलों में 56 स्कूलों का पुनर्निर्माण करेगा भारत


Image Source : ANI TWITTER
बीते दो महीनों से भारत और नेपाल के बीच संबंध अच्छे नहीं चल रहे हैं। सीमा पर सड़क बनाने से शुरू हुआ भारत नेपाल विवाद सीमाई क्षेत्रों पर कब्जे तक पहुंच गया। नेपाल का आरोप है कि भारत ने उसके इलाकों पर जबरन कब्जा किया है। विदेश नीति के जानकारों के अनुसार नेपाल यह सब चीन के उकसावे में गुमराह होकर कर रहा है। आजादी के बाद से भारत के मित्र पड़ोसी में शामिल नेपाल को सही राह दिखाने के लिए भारत ने शिक्षा का सहारा लेने का फैसला किया हैै। भारत नेपाल में 50 से ज्यादा स्कूलों की इमारतों का पुनर्निर्माण करने जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज भारत और नेपाल के बीच एक अहम समझौता हुआ है। इसके तहत भारत नेपाल के 7 जिलों में 56 स्कूलों की इमारतों का पुनर्निर्माण करेगा। नेपाल में भारतीय मिशन ने बताया कि समझौते के अनुसार भारत नेपाल में मौजूद 56 हायर सेकेंडर स्कूलों की इमारत का पुनर्निर्माण करेगा।
India to rebuild schools in 7 districts of Nepal. An agreement in this regard was signed today, a total of 56 Higher Secondary Schools will be rebuilt as per the agreement: Indian Mission in Nepal pic.twitter.com/qhFVzvMJVr
— ANI (@ANI) June 8, 2020
बता दें कि नेपाल में आया भूकंप हो या फिर कोई भी प्राकृतिक आपदा। भारत हमेशा अपने पड़ोसी नेपाल को मदद देता आया है। लेकिन चीन लगातार नेपाल को लगातार अपनी ओर मोड़ने की कोशिश में लगा रहता है। चीन नेपाल तक अपने सड़क और रेल यातायात के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इसके साथ ही नेपाल को भारी मात्रा में कर्ज देकर भी चीन इस संप्रभु देश में अपनी जड़ें गहरी कर रहा है। भारत द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दी जा रही मदद नेपाल को फिर सही दिशा देने का प्रयास है।