कोरोना टीकाकरण है सुरक्षित- सीएमएचओ डॉ मंडल


- महिलाओं को भी डरने की जरूरत नही, आगे आकर लगवाएं टिका- डीपीएम
कवर्धा। वर्ष 2020 में कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से जूझने के बाद जनवरी 2021 कुछ राहत लेकर आया। दरअसल कोरोना नियंत्रण के लिए शासन की ओर से टीकाकरण का शुभारंभ कर दिया गया है। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों व फ्रंटलाइन में काम कर रहे अन्य विभाग के कोरोना योद्धाओं को टिका लगाया जा रहा है, इसके पश्चात जल्द ही आमजन के लिए टीकाकरण अभियान आरम्भ होने के आसार हैं। कबीरधाम में प्रथम चरण में 7210 लोगों को टिका लगाया जाएगा, जिनमें से अब तक 334 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। कबीरधाम के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल व डीपीएम श्रीमती नीलू धृतलहरे ने भी आज टीकाकरण करा लिया।
इस विषय पर जानकारी साझा करते हुए सीएमएचओ डॉ मंडल ने कहा कि टीकाकरण को लेकर बहुत सारी नकारात्म बातें व भ्रमपूर्ण जानकारी सोशल मीडिया में देखने-सुनने में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के भ्रम में न आएं क्योंकि यह टिका सुरक्षित है और पंजीयन पश्चात अपनी बारी आने पर सभी को यह टिका अवश्य लगवाना चाहिए। डॉ मंडल ने बताया कि गर्भवती, शिशुवतियों व 18 साल से कम के बच्चों को छोड़कर यह सबको लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 16 जनवरी से टीकाकरण का शुभारम्भ कर दिया गया है व अब तक 334 लोगों को टिका लगाया जा चुका है। राहत भरी खबर यह है कि अब तक किसी भी हितग्राही को इससे कोई साइडइफेक्ट या परेशानी नही हुई है। उन्होंने कहा कि खाली पेट यह टिका न लगवाएं व अपने मेडिकल स्टेटस की सही जानकारी टीकाकरण के पूर्व अवश्य दें। उन्होंने बताया कि आगे जिला प्रशासन, राजस्व, नगरीय निकाय, महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए टीकाकरण जारी रहेगा। इसके पश्चात दूसरे चरण की तैयारी राज्य से प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुरूप किया जाएगा।
डीपीएम श्रीमती नीलू धृतलहरे ने कहा कि महिलाओं को भी भ्रमित होने की आवश्यकता नही है। उन्होंने कहा कि राज्य से प्राप्त मार्गदर्शिका में स्पष्ट कहा गया है कि गर्भवती, शिशुवती जो बच्चे को दूध पिलाती हैं उन महीलाओं को छोड़कर सभी 18 से ऊपर की महीलाओं को टिका लगाया जा सकता है। टीकाकरण के पूर्व किसी गम्भीर बीमारी होने, एलर्जी आदि की समस्या व सर्जरी आदि की जानकारी अवश्य दें। उन्होंने बताया कि संतान प्राप्ति के लिए वे स्वयं उपचार ले रही हैं और उनके चिकित्सक ने सलाह दिया कि वे टिका लगवा सकती हैं। आज उन्होंने टीकाकरण करवा लिया व इससे उन्हें किसी भी प्रकार से परेशानी नही हुई।