
गोपाल राय ने कहा कि हमने सुना था कि कोर्ट में तारीख पर तारीख पड़ती है,समाधान नहीं आता।पहली बार देख रहे हैं कि किसान ठंड से ठिठुर रहे और सरकार वार्ता के नाम पर केवल टालमटोल कर रही है। किसान मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए तो सरकार जबरदस्ती उसके फायदे गिना रही है।