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कवर्धा: वन मंत्री अकबर जी के गृह जिले में वन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा करोड़ो रूपये के वारे नियारे सिर्फ कागजों पर, वन मंत्री भी संदेह के घेरे में – जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे

वन मंत्री अकबर जी के गृह जिले में वन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा करोड़ो रूपये के वारे नियारे सिर्फ कागजों पर, वन मंत्री भी संदेह के घेरे में – जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे

अजित जोगी छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रवि चंद्रवंशी सहित सैकड़ों कार्यकर्तावो द्वारा पंडरिया बजाग रोड निर्माण में उच्च अधिकारी व ठेकेदार पर भ्रस्टाचार का आरोप व कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने पहुचे कवर्धा कलेक्ट्रेट व वन मंत्री कार्यालय

शासकीय ख़ज़ाने का नुकसान व राशि बंदरबाट के आरोप में दोषी अधिकारी DFO कवर्धा व EE PWD को तत्काल निलंबित करते हुए FIR दर्ज कराई जाए साथ ही , जांच समिति के प्रतिवेदन के आधार पर पूरे जुर्माना की राशि 11990600 =00 (एक करोड़ उन्नीस लाख नब्बे हजार छः सौ रुपये) ठेकेदार से वशूली जाए — रवि चंद्रवंशी प्रदेश अध्यक्ष अजित जोगी छात्र संगठन

भ्रष्टाचार करने वाला कितना भी बड़ा अधिकारी या किसी का करीबी हो हम ऐसे लोगो को भ्रष्टाचार करने से रोकने व सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं — रवि चंद्रवंशी

युवा नेता रवि चंद्रवंशी ने बताया कि पंडरिया कुकदूर बजाग रोड का निर्माण पिछले 2 सालों से चल रहा है ,जो कि पिछले2 सालों से हमेशा विवादों में रहा है कभी मटेरियल घटिया किस्म का उपयोग करना तो कभी स्टीमेट के आधार पर कार्य न करने का आरोप लगता रहा है।।
परन्तु इस बार तो हद ही हो गई उक्त रोड निर्माण में हमारे द्वारा 30/11/2019 को शिकायत किया गया था कि ठेकेदार द्वारा वन संपदा का दोहन करते हुए वन संपति को नुकसान पहुचा रहे हैं ,जिस पर कार्यवाही करते हुए जांच समिति का गठन किया गया और जांच समिति ने हमारे द्वारा शिकायत में दर्ज आरोपो को सही बताते हुए ठेकेदार द्वारा 29976.50 घन मीटर मिट्टी/मुरुम/मिट्टी युक्त बोल्डर उत्खनन होना बताया साथ ही उक्त सम्पूर्ण मात्रा का उपयोग ठेकेदार द्वारा रोड निर्माण कार्य में उपयोग करना बताया ।।
जिस पर वन मंडल अधिकारी कवर्धा द्वारा चालाकी से सर्वप्रथम PWD विभाग कवर्धा को 11990600=00 रुपये (एक करोड़ उन्नीस लाख नब्बे हजार छ सौ रुपये ) को जुर्माना लगाते हैं जब कि जुर्माना लगना था ठेकेदार को।।

सबसे बड़ी ताज़्जुब की बात है कि उक्त जुर्माने की पहले तो ठेकेदार को छोड़कर PWD विभाग पर लगाते है उसके बाद DFO कवर्धा और EE. PWD कवर्धा दोनों मिलकर अपने आका को खुश करने ऐसा पत्राचार करते हैं कि 11990600रुपये में एक भी रुपया जमा नही किया गया है।।
(अंत मे 200000 बीस लाख रुपये जमा किया गया है पर वह राशि PWD विभाग द्वारा वन विभाग को बिना सूचना दिए काम चालू करने के लिए जुर्माना लगाया गया है।)

परन्तु 11990600=00 रुपये का कही कोई उल्लेख नही है।।

DFO कवर्धा व EE PWD कवर्धा दोनों एक दूसरे के साथ लेटर लेटर खेलते हुए ठेकेदार को बचाने व अपने आका को खुश करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए 11990600=00 रुपये को पूरी तरह कैसे माफ करते हैं ,क्रमबद्ध तरीके से समझे—-

(1) सर्वप्रथम हमारे द्वारा 30/11/2019 को उक्त रोड पर ठेकेदार द्वारा वन संपदा का दोहन किया जा रहा है करके शिकायत किया गया(पेपर कटिंग संलग्न)

(2) शिकायत पर दिनांक 09/12/2019 को जांच समिति का गठन DFO द्वारा किया गया।

(3) जांच समिति के सदस्य पंडरिया SDO वन विभाग ने जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि वन भूमि से 29976.50 घन मीटर मिट्टी/मुरुम/मिट्टी युक्त बोल्डर का उत्खनन किया गया है और उपरोक्त मात्रा का उपयोग रोड निर्माण कार्य में किया गया है।।

(4) DFO कवर्धा द्वारा बड़ी चालाकी से ठेकेदार को बचाते हुए दिनांक 02/03/2020 को PWD विभाग कवर्धा को पत्र लिखकर राशि जमा करने कहते हैं।।

(5) DFO कवर्धा द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए दिनांक 16/04/2020 को स्थल निरीक्षण करने की बात कहते हुए कहते है कि मेरे द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया पर वहा कुछ नही मिला।।।
(अब DFO जी आप को कौन बताये की शिकायत के 5 माह बाद आप स्थल निरीक्षण करेंगे तो आपको मिलेगा क्या,, पर आप तो ये सब खेल किसी के इशारे पर कर रहे हैं इस लिए आपके हिसाब से सब जायज है)

इसप्रकार 11990600 रुपये DFO कवर्धा के एक स्थल निरीक्षण से ख़त्म हो गया।।जिनको बचाना था बचा लिए । इस प्रकार अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शाशकीय खजाने में जमा होने वाली राशि DFO द्वारा माफ कर दिया गया।

(6) खानापूर्ति के नाम पर DFO कवर्धा द्वारा उक्त रोड पर बिना सूचना के काम चालू करने के आरोप में दिनांक 17/04/2020 को 2000000 बीस लाख रुपये का जुर्माना लगाते हैं जिसे दिनांक 22/04/2020 राशि जमा करने के आदेश के 5 दिनों में ही PWD द्वारा जमा कर दिया गया।।
(बिना किसी जांच पड़ताल के ,बिना किसी दोषी अधिकारी कर्मचारी सिद्ध किये) जो कि EE PWD कवर्धा द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शाशकीय राशि का बंदरबाट करने को दर्शाता है।।

इस प्रकार से वन मंत्री जी के गृह जिले में उनके नाक के नीचे उनके ही वन विभाग के अधिकारी इस तरीके से खेल खेल रहे हैं जो कि शर्मनाक है ।। माननीय मंत्री जी ऐसे लोगो को तत्काल अपने से अलग करे ऐसी सोच है नही तो यू समझ लेंगे की इनके ही इसारे पर सब हो गया

ज्ञापन के रूप में हमारी मांगे

1 उक्त पूरे प्रकरण में स्पस्ट रूप से दोषी दिखने वाले दोनों अधिकारी DFO कवर्धा व EE PWD को तत्काल निलंबित करते हुए उन पर शाशकीय खजाने की नुकसान/ बंदरबाट के आरोप में FIR दर्ज कराई जाए

2 उक्त मामले की उच्च स्तरीय न्यायिक आयोग से जांच कराई जाए।।

3 जांच समिति के प्रतिवेदन के आधार पर पूरे जुर्माना की राशि 11990600 रुपये ठेकेदार से वशूली जाए।।

4 उक्त रोड निर्माण की भुगतान आगामी जांच समिति गठित होने व निर्णय आने तक किसी भी प्रकार की भुगतान में रोक लगाई जाए

रवि चंद्रवंशी प्रदेश अध्यक्ष अजित जोगी छात्र संगठन

राजेश्वर साहू की रिपोर्ट

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