कवर्धा पंडरिया: श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति के द्वारा कवर्धा के जिला कार्यालय राजपूत क्षत्रिय सामाजिक भवन ठाकुर पारा में बैठक का आयोजन हुआ।

श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ।
पंडरिया:श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति के द्वारा कवर्धा के जिला कार्यालय राजपूत क्षत्रिय सामाजिक भवन ठाकुर पारा में बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें जिला के सभी खंड के निर्माण समिति में लगे राम भक्त पहुंचे थे। जिसमे आगामी कार्यक्रम के बारे में बताया गया कि प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर से समर्पण निधि श्री राम जन्म भूमि में मंदिर निर्माण के लिए एकत्र करना है।
इसके लिए 10 रुपये 100 रुपये और 1000 रुपये का कूपन दिया जाएगा। साथ ही रसीद भी रहेगा जिसमे बड़ी निधि व चेक डीडी के माध्यम से भी निधि समर्पण किया जा सकता है और जो राम भक्त ऑनलाइन सीधा आयोध्या की बैंक एकाउंट में डालना चाहते हैं वो अपना समर्पण वहां कर सकते हैं। यह अभियान पूरे देश में मकर संक्रान्ति से माँघ पूर्णिमा तक अर्थात 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलना है। छत्तीसगढ़ में मकर संक्रांति अर्थात 15 जनवरी से 31 जनवरी तक का समय का निर्धारण हुआ है। जिसमे 31 जनवरी को महाअभियान चलाकर पूरे छत्तीसगढ़ में 1 दिन में प्रत्येक परिवार तक पहुचने के लक्ष्य को लेकर तैयारी जोरों पर चल रही है। उसमे गांव के ही जो राम भक्त मन्दिर अभियान समिति से जुड़े हैं। वे आपके घर आयेगे आपको उन्हीं को अपना निधि समर्पण करना है।
4 जनवरी 2021 को जिला कवर्धा का जिला कार्यालय का उद्घाटन हो चुका है। जो ठाकुर पारा के राजपूत क्षत्रिय समाज भवन में है ।
साथ ही अभियान को जनजन तक पहुंचाने व प्रकृति को राममय बनाने हेतु मकर संक्रांति से प्रत्येक गांव नगर बस्ती में प्रभात फेरी निकालने व सांयकाल 6 बजे एक दीप प्रत्येक घर के सामने मंदिर निर्माण होते तक जलाने का आग्रह किये हैं।
छत्तीसगढ़ मां कौशिल्या की जन्मस्थली है। यह पावन धरती श्रीराम जी का ननिहाल है इसलिए हम सबका दायित्व ज्यादा बनता है कि भांजे के मंदिर निर्माण में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले यह हमारे लिए स्वाभिमान का विषय है इसलिए इस अभियान को सफल बनने का हमारा विशेष दायित्व भी है।
यह समिति भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण हेतु समस्त समाज से सात्विक दान का आग्रह एवं सहयोग का आह्वान करता है महासागर पर सेतु बंध के समय एक छोटी सी गिलहरी के भांति इस पुनीत यज्ञ में यथा शक्ति योगदान कर पुण्य के भागी बने।
यह सिर्फ मंदिर निर्माण नही है अपितु मंदिर के साथ साथ राष्ट्र मंदिर निर्माण है साधु संतों का यह आग्रह है कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के साथ साथ हमारे हृदय में भी श्री राम व राष्ट्र मंदिर का निर्माण हो।