कलेक्टर ने कबीरधाम जिले के वर्मी कम्पोस्ट क्रय, विक्रय एवं गोबर खरीदी में बेहतर कार्य करने वाले समिति प्रबंधक, वर्मी कम्पोस्ट क्रेता और गोबर विक्रेता से विडियों कॉल कर बातचीत की।

कलेक्टर ने कबीरधाम जिले के वर्मी कम्पोस्ट क्रय, विक्रय एवं गोबर खरीदी में बेहतर कार्य करने वाले समिति प्रबंधक, वर्मी कम्पोस्ट क्रेता और गोबर विक्रेता से विडियों कॉल कर बातचीत की।
गोबर बेचने वाले हितग्रहियों और जैविक खाद बनाने वाली महिला समूह ने गोधन योजना को ग्रामीणों की जीवन में बदलाव लाने के लिए सबसे अच्छा योजना बताया
कवर्धा, 08 मार्च 2021। कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कबीरधाम जिले के वर्मी कम्पोस्ट क्रय, विक्रय एवं गोबर खरीदी में लगे बेहतर कार्य करने वाले विकासखंड सहसपुर लोहारा के ग्राम गोछिया के समिति प्रबंधक श्री देवेन्द्र कौशिक, ग्राम तालपुर के वर्मी कम्पोस्ट क्रेता श्री दयालू साहू और बोड़ला विकासखंड के ग्राम राजानावागांव के गोबर विक्रेता श्रीमती हेमबाई पटेल से विडियों कॉल के माध्यम से फोन कर विभिन्न जानकारी ली। कलेक्टर ने तीनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि आगे भी ऐसी ही निरंतर कार्य करे जिससे जिलवासियों को प्रेरणा मिले। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के., डीएफओ श्री दिलराज प्रभाकर, डिप्टी कलेक्टर श्री संदीप ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर श्री अनिल कुमार सिदार, एसडीएम श्री विनय सोनी, श्री दिलेराम डाहिरे, श्रीमती रेखा चंद्रा सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
विडियों कॉल के माध्यम से कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा के प्रश्नों के उत्तर देते हुए ग्राम गोछिया के समिति प्रबंधक श्री देवेन्द्र कौशिक ने बताया कि 102.30 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का विक्रय किया गया है, अब तक 90 कृषकों को विक्रय किया जा चुका है। वर्तमान में खाद 84.80 क्विंटल उपलब्ध है। कलेक्टर श्री शर्मा को ग्राम तालपुर के वर्मी कम्पोस्ट क्रेता श्री दयालू साहू ने बताया कि 6 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट क्रय किया है। उन्होनें बताया कि उसके पास कुल 1.5 एकड़ जमीन है, जिसमें से आधे एकड़ में पूर्णतः जैविक खेती की जा रही है। श्री साहू के द्वारा टमाटर, गोभी, मिर्च प्याज, आलु, बैगन की खेती की जा रही है। उन्होंने बताया कि जैविक खेती करने से उसके भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि हुई है, रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होने से लागत में कमी आई है। फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हुई है और बाज़ार में जैविक उत्पादों की मांग बढ़ने से आय में भी वृद्धि हुई है।
बोड़ला विकासखंड के ग्राम राजानावागांव के गोबर विक्रेता श्रीमती हेमबाई पटेल ने कलेक्टर को बताया कि 9 हजार 385 किलोग्राम का गोबर विक्रय किया गया है। उन्होंने बताया कि गोबर बेचकर 14 हजार 770 रूपए की आमदनी हुई है, जिसका उपयोग वे अपने जीवन स्तर को संवारने और बेहतर करने में करेगी। श्रीमती हेमबाई पटेल धन्यवाद देते हुए कहती है कि शासन द्वारा हमारी बेहतरी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है जिसके परिणाम अब सामने आने लगे हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत गौठान का निर्माण ग्रामीण अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत बनाने एवं स्व-सहायता समूह की महिलाओं और युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए किया जा रहा है, ताकि गांव के लोग स्वावलंबी बन सकें। गौठान आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित हो रहे हैं। यहां संचालित गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीणजन जीवन में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। ग्रामीणजन आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिली है।