ChhattisgarhKabirdhamखास-खबर

कबीरधाम जिले वासूदेव सिंह ने गोधन न्याय योजना से मिले पैसे से चालू किया अपना स्वंय का व्यवसाय गोधन न्याय योजना से राह आसान हुआ मालिक बनने का सफर।

गोधन न्याय योजना से राह आसान हुआ मालिक बनने का सफर

कबीरधाम जिले वासूदेव सिंह ने गोधन न्याय योजना से मिले पैसे से चालू किया अपना स्वंय का व्यवसाय

कवर्धा, 06 जनवरी 2021। किसी दुकान में नौकरी करने से लेकर इसी काम में मालिक बनने के कठीन सफर को गोधन न्याय योजना ने पूरा कर दिया। प्रतिदिन 150 रुपए की रोजी का कार्य महीने में सिर्फ 4500 रुपए का सीमित आय ही दे पाता था, लेकिन अब प्रतिदिन 200 से 300 रुपए की आमदनी कमा कर मालिक बनने का सुकून भी है। बात हो रहीं है कबीरधाम जिले के विकासखण्ड बोड़ला के ग्राम पंचायत सिंघारी निवासी बहल सिहं धुर्वे और उनके बेटे वासूदेव सिंह धुर्वे की। वासुदेव सिंह और उनका परिवार सिंघारी गौठान में गोधन न्याय येजना के तहत गोबर का विक्रय योजना प्रारंभ से लगातार कर रहा है। अब-तक इनके द्वारा लगभग 114.00 क्विंटल गोबर कि बिक्री किये है। वासुदेव सिंह के गोबर बिक्री की राशि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा बैजलपुर के खाते में प्राप्त होता है। वासूदेव सिंह बताते है कि मेरे परिवार में पिता माता और बहन है। हमारा परिवार मिलकर गोबर बिक्री सिंघारी के गौठान में करता हैं। दिनभर एकत्रित किया हुआ गोबर बेचकर हमे आमदनी हो रहीं है। अभी तक खाते में लगभग 22,800 रूपए प्राप्त हो गया है।
वासूदेव सिंह ने बताया कि गोधन न्याय योजना में गोबर बेचकर जो राशि प्राप्त हुई उससे मै अपने लिए एक कम्प्यूटर सेट क्रय किया हु, जिसमें मॉनिटर, प्रिंटर, सी.पी.यू,, माउस, की बोर्ड, यू.पी.एस. आदि जरूरी समान हैं। कम्प्यूटर की मदद से अपने घर में चॉइस सेन्टर का काम संचालित कर रहा हूं तथा मैने अपने नाम से आईडी भी ली है। वासूदेव सिंह ने आगे बताया कि चॉईस सेन्टर के काम का मुझे पहले से ही अनुभव था तथा मै तहसील ऑफिस बोड़ला के लोक सेवा केन्द्र में 150 रूपये रोजी में प्रतिदिन काम करता था। लेकिन धन्यवाद देता हूं गोधन न्याय योजना का जिसमें गोबर बेचकर मालिक बनने का सफर तय किया हूं। अब मेंरे पास अपना खुद का काम है और पिछले दो ढ़ाई माह से मेरा यह कार्य निरंतर चल रहा है तथा प्रत्येक माह लगभग 6 से 7 हजार रूपये कि आमदनी हो रहीं है। एक समय था जब मैने कम्प्यूटर खरीदने के लिए कवर्धा शहर से सामान बुक करा लिया था लेकिन पैसे के अभाव में मै उसे खरीद नहीं पाया था लेकिन गोधन न्याय येजना से जुड़कर मेरा यह सपना पूरा हो गया। अपने लोक सेवा केन्द्र में जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, नक्सा-खसरा, बी-1, जाति प्रमाण जैसे आवश्यक दस्तावेज की सुविधा ग्रामीणों को दे रहा हूं और इससे मेरा काम और रोजी-रोटी बेहतर तरिके से चल रही है। वासूदेव बताते है कि मेरा स्नातक हो गया है और वर्तमान में आई.टी.आई से कम्प्यूटर का कोर्स कर रहा हूं। अभी मैं अपने घर से ही काम कर रहा हु, और आगे भविष्य की योजना है कि गांव में एक अच्छा सा दुकान खोल लू और ये काम भी गोधन न्याय योजना से पूरा हो जाएगा इसका मुझे विश्वास है।
सचिव ग्राम गौठान प्रबंधन समिति एवं सचिव ग्राम पंचायत सिंघारी श्री भागवत धुर्वे ने बताया कि वासूदेव सिंह एवं उनके परिवार द्वारा अब तक 114.00 क्वींटल गोबर का विक्रय किया गया है जिसके लिए इन्हें 22,800 रूपए प्राप्त हुआ है। गोधन न्याय योजना मे प्रारंभ से ही जुडते हुए इनके परिवार द्वारा आर्थिक लाभ छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा, बैजलपूर के माध्यम से प्राप्त किए है तथा योजना में निरंतर लाभ लेकर अपनी आवश्यकता की पूर्ति कर रहें है।

वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में भी गोधन न्याय योजना की सहायता से बेरोजगारी को मात देकर शुरू हुआ खुद का व्यवसायः सी.ई.ओ.

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में भी गोधन न्याय योजना से वासूदेव सिहं को लाभ मिला है। जो सिद्ध करता है कि समाज के अंतिम छोर में खडे़ व्यक्ति को शासन के महत्वकांक्षी योजना का सीधा लाभ मिल रहा है। महामारी के इस दौर में जहां बेरोजगारी की बात सुनने को लगातार मिलती रहीं है तो वहीं वासूदेव सिंह योजना से मिले लाभ के कारण किसी और के यहा नौकरी करते- करते अपना खुद का काम प्रारंभ कर अब मालिक बन गये है। उन्होंने बताया कि सिंघारी निवासी वासूदेव सिंह जैसे अनेक हितग्राही गोधन न्याय योजना से जुड़कर निरंतर लाभ प्राप्त कर रहें है और अपने दैनिक जरूरतों को पूरा करते हुए जीवन की खुशिया समेट रहें है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page