उत्कृष्ट कार्य हेतु युक्तपथम फाउंडेशन बिलासपुर द्वारा अश्वनी यदु सम्मानित
AP न्यूज पंडरिया
विश्व की ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट 8848.86 मिटर एवम् माउंट लहोत्से 8516मिटर को फतेह करने वाली 3बार इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड अपने नाम करने वाली नैना सिंह धाकड़ के साथ किया मंच साझा
बिल्हा में आयोजित व्यापार मेला में अपने अपने छेत्र में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले भारत के उभरते युवाओं का सम्मान हेतु आयोजन रखा गया, युक्त पथम फाउंडेशन द्वारा आयोजित व्यापार मेला में उक्त सम्मान समारोह एवम मोटिवेशनल स्पीच कार्यक्रम में देश एवम प्रदेश के कई हस्तियों ने शिरकत की जिसमें मुख्य आकर्षण रही नैना सिंह धाकड़ जी छत्तीसगढ़ के गौरव एवम सम्मान को विश्व पटल पर ऊंचा करने वाली नैना सिंह धाकड़ जी बस्तर के छोटे से गांव टाकरागुड़ा की रहने वाली हैं भारत की पहली महिला पर्वतारोही होने का उन्हें सम्मान प्राप्त है,10 दिनों के कम समय में विश्व की ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट 8848.86 मीटर व माउंट लहोत्से 8516 मीटर फतेह आने वाली।
कठिन मौषम के साथ पूरा कर वर्ल्ड रिकॉर्ड, व 3 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड अपने नाम किया है विश्व की हाईएस्ट मोटरेबल खरदुंला 6000मीटर पर साइक्लिंग कर “बेटी नही किसी से कम,बेटी से मिलेगा देश को दम” मिशन मनाली से लेह लद्दाख की दुर्गम चोटियों से होते हुए 9 दिनों में ये पूरा अभियान बिना किसी सपोर्ट के कर दिखाया था 12 साल से इस फील्ड में महारत हासिल कर,भूटान ,नेपाल, उत्तराखंड, सिक्किम, लेह लद्दाख, हिमाचल ऐसे कई देश व राज्यो के ऊंची ऊंची पहाड़ो की चोटियों पर हमारे देश व राज्य ,क्षेत्र का लौहा मनवा लिया हैं।
अभी हाल ही में 30 नवम्बर 2022 को 2021 का तेनजिंग नार्गे अवार्ड जो भूमि साहस का सबसे बड़ा अवॉर्ड राष्ट्रपति महोदया द्रोपदी मुर्मू जी के हाथों से राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया गया! छत्तीसगढ़ राज्य में ये पहला ऐसा अवार्ड प्राप्त करने वाली सुश्री नैना सिंह धाकड़ हैं। वहीं कवर्धा जिला के छोटे से गांव दामापुर जैतपुरी से आने वाले अश्वनी यदु भी एक समान्य किसान परिवार से संबंध रखते हैं अश्वनी यदु 15 वर्ष के आयु में ओट कटे बच्चों के ऑपरेशन के लिये मुंगेली में आयोजित कैंप में सक्रिय भूमिका निभाया था,ग्रामीण छेत्र के बच्चों को मुंगेली तक लाने एवम व्यापक प्रचार में प्रमुखता से सेवा हेतु प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया था प्लस पोलियो अभियान जब सुरवाती दौर में था।
सन 2000 के आस पास टिका करन के लिए लोगों में जागरूकता की कमी होती थी तब टीका करन का मुंगेली शहर के घर घर जाकर प्रचार कर लोगों को जागरूक करने हेतू उन्हे सम्मानित किया गया था पिछले चार वर्षों से मुफ्त एंबुलेस सेवा से लगभग 300से अधिक डिलीवरी हेतु महिलाओं को सुरक्षित हॉस्पिटल, हॉस्पिटल से घर कई दुर्घटना,जहर खुमारी सर्प दंश जैसे केस को तत्काल सुविधा पहुंचाने कोरोना काल के दौरान कवर्धा शहर में लगभग एक माह तक मरीजों के परिवार वालों के लिए मुफ्त खाना का व्यवस्था कर रहे संस्था में खाना बनवाने में विशेष सहयोग करोना काल में पूरे छेत्र में गरीब लोगों के लिए राशन पानी दवाई का व्यवस्था करने जैसे अहम कार्यों हेतू उनका सम्मान किया गया।
राजिम नवापारा की रहने वाली रानी निषाद जी भी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है बहुत ही गरीब घर में जन्म लिए बेटी ने बचपन काफी आभाव में जीवन बिताया मात्र 3 वर्ष के आयु में अपनी मां के साथ तिल की लड्डू बेचते इस बेटी को हौसला उसी दिन मिलना शुरू हो गया था आज इको फ्रेंडली राखी धान की बाली से बने राखी कई तरह के पेड़ों के टहनियों से गुलाल निर्माण ने पूरे विश्व में इनको नाम दिया आज इनके द्वारा बनाए गए राखी का डिमांड अमेरिका तक में होने लगी है।
कई राष्ट्रीय एवम राजकीय स्तर के सम्मानों इस बेटी ने ये दिखा दिया की हौसला अगर मजबूत हो लक्ष्य अगर तय हो तो गरीबी कभी बाधा नहीं बनती झारखंड से आये मो. साजिद भी पेंटिंग के छेत्र में देश विदेश में ख्याति प्राप्त की है, उनके झारखंड में उनके द्वारा गरीब बच्चों को मुफ्त में पेंटिंग आर्ट की ट्रेनिंग दी जाती है उक्त कार्यक्रम में बलवीर विश्वकर्मा द्वारा नैना सिंह धाकड़ का लाइव पेंटिंग बनाकर यह दिखा दिया की उनको यूं हीं इंटरनेशनल अवॉर्ड विनर नहीं कहा जाता सम्मान समारोह में सभी अतिथियों ने उक्त पथम फाउंडेशन को धन्यवाद ज्ञापित किया उक्त कार्यक्रम में बिलासपुर जिला सहित आस पास गांव के हजारों के संख्या में नागरिक उपस्थित रहे