त्योहारो में सबसे अधिक मांग मिठाई की होती है। मांग बढ़ते ही मिठाइयों में मिलावटखोरी की शिकायत सामने आती है। मिली जानकारी के अनुसार त्योहारी सीजन लगते ही मिठाइयों में जमकर नकली खोवा का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन इसे रोकने जिम्मेदार खाद्य औषधि सुरक्षा विभाग गंभीर होना चाहिए ,विभाग की अनदेखी के चलते मिलावटी मिठाइयों से लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
नवीन श्रीवास्तव अध्यक्ष उपभोक्ता सुरक्षा एव शिक्षा फाउंडेशन ने कहा की
मिलावट खाद्य पदार्थो की जांच हो
त्योहारी सीजन में नकली मिठाई खपाया जाता है नकली मावा , नकली मिठाई
गौरतलब है कि त्योहारी सीजन में मिठाइयों के आदान प्रदान का चलन है। दीपावली सहित अन्य त्योहार में लोग मिठाइयों की बढ़ी मात्रा में खरीदी करते हैं। मिठाइयों की मांग बढ़ते ही मिलावटखोर भी अपनी जेबें भरने लोगों को मीठा जहर परोसने लगते हैं। मिली जानकारी के अनुसार मिठाइयों में जमकर नकली खोवा मिलाया जाता है। बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग को ध्यान देना चाहिए जांच नहीं होने के फायदा उठा कर हलवाई नकली खोवा से बनी मिठाइयों को बाजार में खपाने की तैयारी में रहते हैं। वहीं प्रत्येक जिलो में प्रशासन की ओर से भी इस ओर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
जांच के लिए नहीं बनी टीम
दीपावली का त्योहार नजदीक है। नकली खोवा और मिलावटखोरी को रोकने जिला प्रशासन और खाद्य औषधि सुरक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई टीम नहीं बनाया गया है। 2 नवम्बर से दीपावली का त्योहार शुरु हो रहा है। त्योहार में जमकर मिठाइयों की बिक्री होती है। ऐसे में मिलावटखोर नकली मावा से बनी मिठाइयों को बाजार में खपा कर लाखों की कमाई कर लेंगे।
छत्तीसगढ़ की सरकार लोगो के स्वस्थ को लेकर बहुत सजग हैं और गंभीर भी इसलिए प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए !
उपभोक्ता संगठन व्
एक्सपर्ट डॉक्टरों की माने तो मिलावटी और नकली खोवा से बनी मिठाइयों के सेवन से लोगों में बहुत सारी बीमारी होने की संभावना रहती है। मिलावटी मिठाइयों से खासकर लीवर और किडनी पर असर होने की संभावना रहती है। इसके अलावा फूड पाइजनिंग और पेट में एसीडीटी की शिकायत सामने आ सकती है।
दीवाली का त्यौहार जैसे जैसे नजदीक आते जा रहा है मिलावट खोरो ने कमर कस ली है लोगो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की मनसा लिए मिलावट खोर नए नए प्रकार की मिठाईया अपने दुकान में सजाने को तैयार है और ऐसे में जांच टीम की आना तो लाजमी । हालांकि टीम के द्वारा महज खनापूर्ती न करते हुए जांच को लेकर गंभीर होना चाहिए !